दुर्गेश साहू धमतरी। गणेश उत्सव का समापन विसर्जन के साथ होता है, लेकिन इस पवित्र अवसर पर अक्सर देखने को मिलता है कि कुछ लोग डीजे-धुमाल की धुन पर नशे में धुत होकर नाचते-गाते हैं, जिससे कई बार विवाद की स्थिति बन जाती है। ऐसे में, युवा समाजसेवी कोमल संभाकर ने सभी से नशा छोड़कर, त्योहार की गरिमा बनाए रखने की भावुक अपील की है। संभाकर ने कहा कि गणेश विसर्जन आस्था और श्रद्धा का पर्व है, यह कोई हुड़दंग करने का मौका नहीं। उनका मानना है कि नशे में झूमने से न केवल त्योहार की पवित्रता कम होती है, बल्कि यह समाज में अशांति और विवाद का कारण भी बनता है। 
उन्होंने सभी से जिम्मेदारी का भाव दिखाते हुए अपनी संस्कृति और आस्था का सम्मान करने की गुजारिश की। उन्होंने कहा, सभी साथी नशा छोड़कर, एकता, भाईचारे और शांति का संदेश देते हुए श्रद्धा और शालीनता के साथ गणेश विसर्जन में शामिल हों। यह अपील गणेश उत्सव की गरिमा को बनाए रखने और एक शांतिपूर्ण विदाई सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।