क्या था मामला?
23 जनवरी 2025 को संजय नगर, कुरूद निवासी कांन्तु चंद्राकर अपनी पत्नी के साथ महासमुंद जिले में एक रिश्तेदारी में शादी के कार्यक्रम में गए हुए थे। 27 जनवरी को जब वे लौटे, तो उन्होंने पाया कि उनके घर का मुख्य दरवाजा और अंदर के कमरे का ताला टूटा हुआ था। घर के भीतर अलमारी का लॉक भी टूटा हुआ मिला, जिसमें से 6 जोड़ी चांदी के पायल, 12 नग चांदी के सिक्के, 1 जोड़ी सोने की टॉप्स और ₹10,000 नकद (500-500 के नोटों में) सहित कुल ₹70,000 का सामान अज्ञात चोरों ने चुरा लिया था। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना कुरूद में अपराध क्रमांक 35/2025 धारा 331(4), 305, 3(5) बी.एन.एस. के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।
ऐसे पकड़े गए आरोपी
धमतरी पुलिस की कुरूद थाना टीम ने तकनीकी साक्ष्य और मुखबिर की सूचना के आधार पर लगातार मामले की पड़ताल की। इसी दौरान अर्जुनी थाना क्षेत्र के भोयना निवासी सुरेश तिवारी और कुरूद थाना क्षेत्र के चिवरी निवासी विजय सेन उर्फ बिसंभर सेन संदिग्ध अवस्था में घूमते पाए गए। पुलिस हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ की गई, तो दोनों आरोपियों ने जनवरी 2025 में संजय नगर, कुरूद स्थित उक्त मकान में चोरी करना स्वीकार किया।
दोनों आरोपियों का साक्ष्य अधिनियम की धारा 23 के तहत मेमोरेण्डम कथन लिया गया। उनकी निशानदेही पर चोरी किए गए 2 नग चांदी के पायल और 7 नग चांदी के सिक्के, जिनकी अनुमानित कीमत ₹17,300 है, बरामद किए गए। पुलिस ने दोनों आरोपियों सुरेश तिवारी (35 वर्ष, पिता स्व. अजय तिवारी, निवासी भोयना, थाना अर्जुनी, जिला धमतरी) और विजय सेन उर्फ बिसंभर सेन (30 वर्ष, पिता टीकम सेन, निवासी चिवरी, थाना कुरूद, जिला धमतरी) को 9 जुलाई 2025 को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है।
इस पूरी कार्रवाई में थाना कुरूद से उपनिरीक्षक ईश्वर साकार, आरक्षक लुकेश सिन्हा, गोपाल चंद्राकर, शैलेंद्र बंजारे और सायबर टीम का विशेष योगदान रहा।
धमतरी पुलिस की अपील
धमतरी पुलिस आम जनता से अपील करती है कि वे अपने घरों को लंबे समय के लिए खाली छोड़ते समय पर्याप्त सुरक्षा उपाय अपनाएं। साथ ही, क्षेत्र में किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तत्काल पुलिस को दें ताकि ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
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