धमतरी। छत्तीसगढ़ में शिक्षा के मुद्दों पर सियासी पारा गरमाया हुआ है सोमवार को धमतरी में NSUI (नेशनल स्टूडेंट्स यूनियन ऑफ इंडिया) ने मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का पुतला जलाकर राज्य सरकार के खिलाफ जमकर विरोध प्रदर्शन किया यह प्रदर्शन देखते ही देखते कोतवाली थाने तक जा पहुँचा, जहाँ पुलिस और कार्यकर्ताओं के बीच तीखी झड़प देखने को मिली NSUI का यह प्रदर्शन मुख्य रूप से तीन अहम मांगों को लेकर था। स्कूलों में किताबों का अभाव, कॉलेजों में मनमानी फीस वृद्धि, और बिलासपुर PWD सब इंजीनियर परीक्षा में कथित धांधली। पुतला दहन की शुरुआत राजीव भवन से होनी थी NSUI कार्यकर्ता जैसे ही तैयारी में जुटे, पुलिस वहाँ पहुँच गई
 राजीव भवन के प्रांगण में ही पुलिस और NSUI कार्यकर्ताओं के बीच जबरदस्त खींचतान शुरू हो गई पुलिस की इस कथित दखलंदाज़ी से NSUI का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुँच गया। आक्रोशित कार्यकर्ता पीछे हटने के बजाय, सीधे कोतवाली थाने की तरफ बढ़ गए और वहीं जाकर प्रदर्शन शुरू कर दिया थाने के सामने जमकर नारेबाज़ी और हंगामा हुआ, जिससे माहौल बेहद गरमा गया था पुलिस बल ने कड़ी मशक्कत के बाद प्रदर्शनकारियों को थाने से खदेड़ा इस बीच, कार्यकर्ताओं ने पुलिस की मौजूदगी में ही एक बोरे में पुतले का दहन कर अपना विरोध पूरा किया। NSUI के कार्यकर्ताओं ने बताया कि उन्हें थाना में जाकर प्रदर्शन इसलिए करना पड़ा क्योंकि पुलिसकर्मियों ने राजीव भवन के अंदर आकर पुतला दहन रोकने का प्रयास किया था वहीं, पुलिस ने NSUI के दावों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कोई भी पुलिसकर्मी भवन के अंदर नहीं गया था पुलिस ने यह भी चेतावनी दी है कि जिन्होंने थाने में प्रदर्शन किया है, उनके खिलाफ आवश्यक कानूनी कार्यवाही की जाएगी फिलहाल, प्रदर्शन शांत हो गया है, लेकिन इस दौरान पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हुई धक्का-मुक्की और नोकझोंक ने माहौल को बेहद तनावपूर्ण बना दिया था। पुतला दहन का यह साधारण प्रदर्शन थाने में एक बड़े विरोध प्रदर्शन में तब्दील हो गया, जिसने शिक्षा के मुद्दों पर सरकार और छात्र संगठनों के बीच बढ़ते गतिरोध को स्पष्ट कर दिया है