दुर्गेश साहू धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी जिले में स्थित प्राचीन मां विंध्यवासिनी बिलाई माता मंदिर एक बार फिर आस्था और चमत्कार की बातों से गूंज उठा है, यहां के पुजारी की एक भविष्यवाणी सच हो गई और उसका नायक बना छत्तीसगढ़ का नया शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव, मंगलवार को मंत्री पद स्वीकार करने के बाद गजेंद्र यादव ने अपनी पहली यात्रा मां विंध्यवासिनी बिलाई माता के दर्शन के लिए की अपने काफिले के साथ मंदिर पहुंचे यादव ने सबसे पहले माता के चरणों में माथा टेका और 2 हजार 16 नारियल माता को चढ़ाए, यह कोई सामान्य भेंट नहीं थी यह था एक पूरी हुई मन्नत का शुक्रिया, जिसकी शुरुआत 1 जनवरी 2025 को हुई थी। मंत्री बनकर आएंगे पुजारी का आशीर्वाद सच हुआ उस दिन गजेंद्र यादव मंत्री नहीं थे, वे एक साधारण भक्त के रूप में मां के दर्शन करने आए थे, मंदिर के पुजारी अरुण कुमार तिवारी ने उन्हें देखते ही कहा था आप जल्द ही मंत्री बनकर आएंगे, माता का आशीर्वाद आप पर है, अब वही हुआ गजेंद्र यादव मंत्री बन गए 
गजेंद्र यादव द्वारा चढ़ाए गए 2 हजार 16 नारियल भक्तों के बीच चर्चा का विषय बने हुए हैं, कई लोग मान रहे हैं कि यह संख्या कोई संकेत नहीं, बल्कि एक विश्वास की संख्या है जो 2021 के चुनाव के बाद के संघर्ष और 2026 की उम्मीद को दर्शाती है, लेकिन ज्यादातर भक्त इसे मां के चमत्कार का हिस्सा मान रहे हैं, जब मां का आशीर्वाद हो, तो हर नंबर शुभ हो जाता है, मां विंध्यवासिनी (बिलाई) माता मंदिर धमतरी के लिए सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि जिले की आत्मा और आस्था का केंद्र है, 
यहां मान्यता है कि माता उन भक्तों की मन्नत जरूर सुनती हैं जो श्रद्धा से आते हैं। सालों से यहां ऐसे कई किस्से सुने जाते हैं, जब लोगों की मन्नत पूरी हुई और वे नारियल, चुनरी या फूल चढ़ाने लौटे। लेकिन इस बार की बात अलग थी मंत्री बनने की मन्नत पूरी हुई, और वह भी पुजारी के मुख से निकले शब्दों के साथ। गजेंद्र यादव का यह दौरा सिर्फ धार्मिक नहीं, बल्कि आस्था की जीत का प्रतीक है, जब एक पुजारी के शब्द सच हो जाएं, तो वह सिर्फ भविष्यवाणी नहीं चमत्कार लगता है, और जब वह भक्त मंत्री बनकर लौटे, तो मां विंध्यवासिनी बिलाई माता के चरणों में एक नए अध्याय की शुरुआत हुई, क्योंकि धमतरी में मां सिर्फ देवी नहीं एक विश्वास है, एक आशा है, और एक चमत्कार है।