दुर्गेश साहू। धमतरी दर्पण न्यूज़ की खबर का बड़ा असर अब दिखाई देने लगा है। शहर की पहचान माने जाने वाले स्वागत द्वारों की जर्जर हालत पर खबर प्रकाशित होने के बाद नगर निगम आखिरकार हरकत में आया है। नवरात्र से पहले निगम ने मरम्मत कार्य शुरू करा दिया है। धमतरी शहर में श्रद्धा और संस्कृति की पहचान बने तीन प्रमुख स्वागत द्वार कभी नगर निगम की पहल पर बनाए गए थे। इनका उद्देश्य था कि शहर में आने-जाने वाले यात्रियों और श्रद्धालुओं का भव्य स्वागत हो। लेकिन समय के साथ ये स्वागत द्वार उपेक्षा की शिकार हो गए। किसी का प्लास्टर झड़ गया, कहीं छड़ें बाहर निकल आईं, तो कहीं ढांचा ही दरक गया। खासकर रामबाग से मां विंध्यवासिनी मंदिर जाने वाले मार्ग पर बना स्वागत द्वार सबसे खराब स्थिति में पहुंच चुका था। यह वही मार्ग है जहां से रोजाना बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां के दर्शन के लिए पहुंचते हैं।स्थानीय लोगों का कहना था कि यह द्वार सिर्फ ईंट और सीमेंट का ढांचा नहीं, बल्कि आस्था का प्रवेश द्वार है।
लेकिन इसकी जर्जर हालत श्रद्धालुओं की सुरक्षा और शहर की छवि पर सवाल खड़े कर रही थी। लोगों ने कई बार नगर निगम से मरम्मत की मांग की, अधिकारी मौके पर आए, फाइल बनी, आश्वासन दिया गया, लेकिन काम शुरू नहीं हुआ। धमतरी दर्पण न्यूज़ में खबर प्रकाशित होने के बाद आखिरकार निगम को कदम उठाना पड़ा। रामबाग स्वागत द्वार समेत अन्य द्वारों पर मजदूरों की टीम लगाई गई है और मरम्मत का काम तेज़ी से शुरू कर दिया गया है। दीवारों की दरारों को भरा जा रहा है, झड़ चुके प्लास्टर को दुरुस्त किया जा रहा है और ढांचे को सुरक्षित बनाने का काम जारी है।मरम्मत कार्य शुरू होने से स्थानीय नागरिकों में खुशी का माहौल है। लोगों ने धमतरी दर्पण न्यूज़ को धन्यवाद देते हुए कहा कि यदि यह मुद्दा मीडिया में न उठाया जाता तो शायद काम अभी भी शुरू नहीं होता। नागरिकों ने उम्मीद जताई कि धमतरी दर्पण न्यूज़ आगे भी इसी तरह जनता की समस्याओं और जनमुद्दों को उठाता रहेगा और जिम्मेदारों को कार्रवाई के लिए मजबूर करता रहेगा। अब नवरात्र से पहले श्रद्धालुओं को राहत मिलने की उम्मीद है। लोग मां विंध्यवासिनी मंदिर के दर्शन के लिए सुरक्षित होकर पहुंच सकेंगे और शहर की पहचान बने ये स्वागत द्वार फिर से अपनी गरिमा हासिल कर पाएंगे।
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