दुर्गेश साहू धमतरी। निगम क्षेत्र में कुछ दिनों पहले शहर के विभिन्न चौक-चौराहों पर यूनीपोल लगने का काम शुरू हुआ है। ज्ञात हो कि कुछ ही दिनों पहले कांग्रेसी पार्षदों ने इन यूनीपोल का विरोध किया था, यह कहते हुए कि इससे हादसों का खतरा बढ़ सकता है। लेकिन अब वही यूनीपोल एक बार फिर चर्चा में है। कारण, उसी यूनीपोल पर अब कांग्रेस के पार्षद और जनप्रतिनिधियों के फोटो नजर आ रहे हैं। बुधवार को जब कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय भानु कांकेर दौरे के दौरान धमतरी में रुके, तो कांग्रेसजनों ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान शहरवासियों की नजर उन्हीं यूनीपोल पर गई, जहां स्वागत बैनर में कांग्रेस नेताओं के फोटो लगे थे। बस फिर क्या था शहर में चर्चा शुरू हो गई कि यूनीपोल की बोहनी बट्टा आखिर कांग्रेसी ही कर गए। नगर निगम द्वारा जहां एक ओर सड़कों और खंभों पर लगे अवैध होर्डिंग्स पर कार्रवाई जारी है, वहीं इन्हीं खंभों, यूनीपोल पर नेताओं के फोटो लगने से लोगों में सवाल उठ रहे हैं। लोग कह रहे हैं पहले विरोध किया, फिर वही जगह अपनी तस्वीरों से सजा दी। अगर विरोध सच था, तो फोटो क्यों लगी? और अगर फोटो लगानी ही थी, तो विरोध क्यों किया गया? अब शहर में चर्चा यही है किसी चीज़ का विरोध करने के बाद उसी जगह खुद नजर आना इसे क्या कहा जाए, विरोध या प्रचार?
धमतरी के यूनीपोल अब केवल विज्ञापन का नहीं, बल्कि राजनीतिक सोच और सुविधा के यू-टर्न का प्रतीक बन चुके हैं।
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