धमतरी। गंगरेल रोड पर रविवार को फिर एक बार नशे की लापरवाही ने रफ्तार से टकराकर इंसानियत को गिरा दिया। एक पिता अपनी नन्हीं बेटी को बाइक में पीछे बैठाकर घर लौट रहा था, लेकिन उसके हाथ में स्टेयरिंग से ज़्यादा शराब का असर था। मरादेव के पास बाइक तेज रफ्तार में झूलती हुई आई और देखते ही देखते सड़क किनारे जा गिरी। बच्ची भी उसके साथ धूल में जा गिरी। मासूम की चीख सुनते ही सड़क पर सन्नाटा पसर गया। शुक्र है कि वहां मौजूद कुछ लोग और रक्तदान ग्रुप के शिवा प्रधान और सोनू साहू ने वक्त रहते रुद्री पुलिस को खबर दी और एम्बुलेंस से घायल पिता और बच्ची को जिला अस्पताल पहुंचाया। इस बार किस्मत मेहरबान रही, अगली बार शायद ऐसा न हो। गंगरेल रोड अब हादसों का अड्डा बनता जा रहा है। हर रविवार शुक्रवार यहां ऐसी घटनाएं होती हैं, जहां नशा, रफ्तार और लापरवाही जानलेवा कॉम्बिनेशन बन चुका है। नशा मुक्ति अभियान की रैली ज़रूर निकलती है, भाषण भी होते हैं, लेकिन हकीकत यही है कि जमीनी असर कहीं दिखाई नहीं देता। कभी किसी की बेटी गिरती है, कभी किसी की मां... और कभी कोई निर्दोष इस शराबी रफ्तार का शिकार बन जाता है। समाज अब भी अगर नहीं जागा तो अगली बार किसी और का मासूम सड़क पर गिरेगा और तब शायद खबर नहीं, अफसोस लिखा जाएगा। अब वक्त है कि सिर्फ अपीलें नहीं, सख्त कार्रवाई, जागरूक समाज और ज़िम्मेदार नागरिक सामने आएं। क्योंकि नशा सिर्फ ज़िंदगी को नहीं, भविष्य को भी निगल रहा है।