दुर्गेश साहू धमतरी। नेता अपनी लाइन बड़ा करने के बजाय दूसरे की लाइन छोटी करने में जुटे हैं, नेता जी के इस गुटबाजी के कारण धमतरी का विकास छूट न जाए। शहर में जन्मदिन के बोर्डों को लेकर शुरू हुई चर्चा अभी समाप्त नहीं हुई थी कि नई चर्चा शुरू हो गई। एक नेता के जन्मदिन के अवसर पर जब वह शहर में कार्यक्रम होता हैं, तो उसी पार्टी के दूसरे नेता समर्थकों को लेकर कुछ विशेष जगह घूमने शहर से बाहर ले जाते हैं ताकि जन्मदिन वाले नेता के दरबार में भीड़ कम हो। शहर में कार्यकर्ताओं और लोगों में चर्चा है कि दूसरे नेता को इससे क्या फायदा है खैर अब उसको छोड़ो।  

इसके अलावा कुछ नया सुनो। राशन दुकान, सामुदायिक भवन, सड़क निर्माण सहित अन्य विकास कार्यों पर नेता अपना-अपना प्रचार और दावा करते आ रहे हैं। एक गांव की छोटी सी राशन दुकान पर दो जनप्रतिनिधियों ने अलग-अलग रिबन काटे। गांव के एक ग्रामीण चुपके से दूसरे से कह रहे थे कि आजकल के नेता एक जेब में रिबन और दूसरी जेब में कैंची लेकर चलते हैं। मजे की बात यह भी है कि कहीं-कहीं कुछ नेता बिना बुलाए ही रिबन काटने पहुंच जाते हैं। खैर अब इसको भी छोड़ो रहने दो

पार्टी में हो रही गुटबाजी और नाराजगी इस हद तक बढ़ी है कि बीते कुछ दिनों पहले भ्रष्टाचार पर कार्यवाही न होने से नाराज 300 से अधिक कार्यकर्ताओं ने अपनी नाराजगी जताते हुए जिला कार्यालय पहुंचकर इस्तीफे देने की मांग की थी। कार्यकर्ताओं से मिलने हलचल पूछने एक भी कोई जिम्मेदार पदाधिकारी नहीं आए, जिसका परिणाम यह है कि कार्यकर्ताओं में अभी तक गहरी नाराजगी देखी जा रही है। वहीं, इस विषय में जिम्मेदार से सवाल पूछने पर उन्होंने कहा, अरे यार, हद हो गई, घर की बात है, रहने भी दो। अब देखना होगा कि धमतरी की राजनीति में विकास कहां तक पहुंचता है और ये गुटबाजी आगे क्या रूप लेती है,