धमतरी। नवरात्र का पर्व हर साल भक्ति और उल्लास का नया रंग दिखाता है। कोई व्रत रखकर मां की आराधना करता है, तो कोई मन्नत पूरी करने के लिए पैदल यात्रा करता है। लेकिन इस बार धमतरी में आस्था का ऐसा रूप सामने आया है, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया। यहां भक्तों ने न सिर्फ अपने पालतू पक्षियों और जानवरों, बल्कि जंगल में विचरण कर रहे हाथियों के नाम से भी मां दुर्गा की ज्योत जलाई है।
धमतरी निवासी डॉ. अपूर्वा पवार शिंदे हर साल अपने घर के पालतू डॉग वाघ्या और तोते राम व नॉटी के नाम से ब्राह्मणपारा स्थित मां बमलेश्वरी मंदिर में अखंड ज्योत जलाती हैं। अपूर्वा का कहना है मेरे पालतू मेरे बच्चों जैसे हैं। मैं चाहती हूँ कि मां की कृपा उन पर भी बनी रहे। यही वजह है कि हर साल उनके नाम से जोत जलाती हूँ। नवरात्र में हमारा डॉग भाग्या मांस नहीं खाती, सिर्फ दूध और भात खाकर नौ दिन का व्रत निभाता है। वहीं राम और नॉटी जैसे तोते साधारण भोजन करते हैं। अपूर्वा 2015 से अपने पशु पक्षियों के नाम ज्योत जलती आ रही है 
इसी तरह धमतरी के अमलतासपुरम निवासी वैभव जगने ने बालोद जिले के जगतारा स्थित दुर्गा माता मंदिर में हाथियों की जनसंख्या वृद्धि के लिए एक भावपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने हाथियों के कल्याण और उनकी संख्या बढ़ने के लिए ज्योत जलाई है यह एक प्रतीकात्मक और दिल को छूने वाला कार्य है। लेकिन धमतरी जिले में भी है। पिछले 2 साल में हाथियों के आतंक से 11 लोगों की जान जा चुकी है, और ये विशालकाय प्राणी किसानों की फसल को नुकसान पहुंचाते रहते हैं। ऐसे में वैभव जगने जैसे लोग हाथियों की जनसंख्या वृद्धि की मनोकामना कर रहे हैं यह उनकी गहरी करुणा और आस्था को दर्शाता है।