दुर्गेश साहू धमतरी। एक ओर धमतरी पुलिस प्रशासन पूरे जिले में साइबर जागरूकता अभियान चला रहा है, लोगों को ऑनलाइन ठगी और साइबर फ्रॉड से सतर्क रहने की अपील कर रहा है वहीं दूसरी ओर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। जिले के एक थाना प्रभारी के नाम और फोटो का इस्तेमाल कर अज्ञात व्यक्ति ने सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों से पैसे की मांग की है। जानकारी के मुताबिक, विगत महीने पहले स्थानीय सक्रिय पत्रकार को एक संदिग्ध मैसेज आया। उस मैसेज में थाना प्रभारी की प्रोफाइल फोटो और नाम था। पहले तो अज्ञात व्यक्ति ने सहज बातचीत शुरू की कैसे हो? बड़े दिन हो गए ऑफिस नहीं आए? फिर धीरे-धीरे ऑनलाइन पैसे मांगने की बात की और कहा कि मुझे दो हजार रुपये की आवश्यकता है, तुरंत डाल दो। पत्रकार को मामला संदिग्ध लगा और उन्होंने तत्काल संबंधित थाना प्रभारी से संपर्क किया। जब पत्रकार ने पूरा चैट दिखाया, तो थाना प्रभारी ने बताया कि यह फेक आईडी है, मैं खुद इस फ्रॉड से परेशान हूं। उन्होंने आगे बताया कि उनके नाम से कई लोगों से अब तक ऑनलाइन ठगी की जा चुकी है। अब बड़ा सवाल यही है जब पुलिस विभाग के अधिकारी तक साइबर अपराधियों के निशाने पर हैं, तो आम जनता कितनी सुरक्षित है? धमतरी पुलिस लगातार जागरूकता अभियान चला रही है, लेकिन ऐसे मामलों से साफ है कि साइबर अपराधी अब और ज्यादा चालाक हो चुके हैं। निरंतर पुलिस अपने वाहन में लाउडस्पीकर लगा कर तथा सोशल मीडिया के माध्यम से अपील कर रही है लेकिन यह पर तो अधिकारी ही परेशान है इसलिए जनता से अपील है सावधान रहें, सतर्क रहें, सुरक्षित रहें। किसी भी अनजान व्यक्ति के कॉल या मैसेज पर भरोसा न करें।


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