दुर्गेश साहू धमतरी। कभी साथ बैठकर हंसी ठिठोली करने वाले तीन दोस्तों के बीच आई दरार ने एक की जान ले ली। चटौद पुल के नीचे मिला मनीष मिथलेश का शव उसी दोस्ती का अंत था, जो गुस्से और शराब के नशे में दुश्मनी में बदल गई। 21 और 22 अक्टूबर की दरमियानी रात करगा-चटौद पुल के नीचे युवक का शव मिलने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई थी। शुरुआत में यह सड़क हादसा माना गया, लेकिन जांच के दौरान सच्चाई कुछ और निकली। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में हत्या की पुष्टि होते ही पुलिस ने जांच की दिशा बदल दी। एसपी के निर्देश पर गठित टीम ने 72 घंटे की सघन जांच के बाद मामले का खुलासा किया। पुलिस ने बताया कि मृतक मनीष मिथलेश का उसके ही दोस्त होमेश साहू और चाहत यादव से पुराना झगड़ा चल रहा था। कुछ दिन पहले आपसी कहासुनी के दौरान मनीष ने होमेश को अपशब्द कहे थे। इसी बात को लेकर मनमुटाव बढ़ा रहा था।
21 अक्टूबर की रात तीनों दोस्त फिर साथ बैठे, शराब पी और पुरानी बातों का जिक्र होते ही माहौल बिगड़ गया। होमेश और चाहत ने मनीष पर हमला कर दिया। गुस्से में आकर होमेश ने गमछे से उसका गला दबाया और पत्थर से सिर कुचल दिया। बाद में दोनों ने शव को पुल के नीचे फेंक दिया ताकि मामला दुर्घटना जैसा लगे। अगले दिन होमेश ने अपने रिश्तेदार मनीष साहू को घटना की जानकारी दी और खून लगे कपड़े और मोबाइल जलाने को कहा। जांच में पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। तीनों आरोपी होमेश साहू, चाहत यादव और मनीष साहू, ग्राम करगा मठ थाना कुरूद के निवासी हैं। पुलिस ने उनके खिलाफ हत्या और साक्ष्य नष्ट करने का अपराध दर्ज किया है। कभी साथ चलने की कसम खाने वाले दोस्तों के बीच आई यह दरार एक भयावह हकीकत बन गई दोस्ती का पुल इस बार खून से लाल हो गया।